New initiative of Parliament: Translation services now available in 16 languages with 6 new languages
संसद की नई पहल: 6 नई भाषाओं के साथ अब 16 में अनुवाद सेवाएँ
Q. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद में छह नई भाषाओं में अनुवाद सेवाओं के विस्तार की घोषणा की है। इस महत्वपूर्ण कदम के बाद अब संसद में अनुवाद सेवाएँ कुल कितनी भाषाओं में उपलब्ध होंगी?
(1) 10
(2) 12
(3) 16
(4) 22
Important For Upcoming Exam
विवरण: 11 फरवरी, 2025 को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद में छह नई भाषाओं—बोडो, डोगरी, मैथिली, मणिपुरी, संस्कृत, और उर्दू—में अनुवाद सेवाओं का विस्तार किया है। पहले अनुवाद सेवाएँ हिंदी, अंग्रेजी और 10 क्षेत्रीय भाषाओं (असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, और तेलुगु) में उपलब्ध थीं। इस विस्तार के साथ, अब कुल 16 भाषाओं में अनुवाद सेवाएँ उपलब्ध होंगी। यह कदम भारत की भाषाई विविधता को बढ़ावा देने और संसदीय कार्यवाही को अधिक समावेशी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें